बाराबंकी 50 दिनों में 30 किमी. भी नहीं पहुंच पाए दो फ्रिजर

       दावा 31 जुलाई को ही फ्रिजर लखनऊ से                                          कर दिए गए डिस्पेच 


                   ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स वा प्लाज्मा 
                    बनाने के लिए मशीनों का 
                            इंस्टालेशन रुका 
 
                     बाराबंकी के ज़िला अस्पताल स्थित ब्लड
                             कंपानेंट सेपरेशन यूनिट 

        
बाराबंकी | जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में पिछले तीन माह से प्लेटलेट्स और प्लाज्मा बनाने वाली मशीनें पड़ी - पड़ी खराब हो रही हैं | ऐसे में डेंगू से ग्रसित और प्लेटलेट्स की कमी वाले इधर उधर भटकने को मजबूर है l वहीं मशीनों के इंस्टालेशन के लिए जिन दो फ्रिजर का इंतजार किया जा रहा है, वो पिछले 50 दिनों से लखनऊ से बाराबंकी की दूरी तय नही कर पाए हैं |

जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स और प्लाज्मा बनाने वाली लगभग सभी मशीनें तीन माह पहले आ गई थी | बनाने के बाद प्लेटलेट्स और प्लाज्मा को सुरक्षित रखने के लिए दो फ्रिजर भी आने थे | उत्तर प्रदेश मेडिकल कार्पोरेशन की ओर से जारी सूची में यह दावा किया जा रहा है | की दोनो फ्रिजर बीते 31 जुलाई को ही डिस्पेच कर दिए गए हैं | जबकि जिले में अब जल कोई फ्रीज नहीं पहुंचा |

वहीं, जिला अस्पताल प्रशासन का कहना है कि जैसे ही फ्रिजर पहुचेंगे बिना देरी किए  मशीनों की इंस्टालेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी | इस खींच तान में मरीज भुगत रहे है | जिले में डेंगू का प्रकोप है | ऐसे में प्लेटलेट्स की जरूरत वाले मरीज अधिक हैं| लेकिन यहां कोई व्यवस्था न होने के कारण मरीजों को निजी अस्पतालों में महंगे दामों पर प्लेटलेट्स खरीदनी पड़ रही है | 

ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ वीपी सिंह के अनुसार प्लेटलेट्स और प्लाज्मा को सुरक्षित रखने के लिए - 40 डिग्री और - 80 डिग्री सेल्सियस के दो दीप फ्रिजर की आवश्यकता होती है | इसकी मांग की गई थी जहां से फ्रिजर आने थे उनका दावा है कि 31 जुलाई को फ्रिजर डिस्पेच कर दिया गया है, फ्रिजर अब तक नहीं पहुंचे हैं | इसके जलते सारा काम रुका हुआ है फ्रिजर आने के बाद इंस्टालेशन जल्द से जल्द शुरू कर दिया जाएगा | 

 

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